दिल्ली पुलिस सुस्त बेकाबू ट्रक रोडों पर चुस्त

शराब की नशे में ट्रक 409 ने अपोलो हॉस्पीटल पर मोटरसाइल सवार को पीछे से मारी जानलेवा टक्कर




सरिता विहार, दिल्ली। शहर के नामी अस्पताल अपोलो के सामने भी ट्रैफिक की रफ्तार जानलेवा होती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है की हरि सिंह रावत नाम व्यक्ति जोकि अपनी मोटर साइकिल से  ओखला फेस-1 अपोलो हॉस्पीटल की तरफ अण्डरपास से दिलशाद गार्डन अपने निवास स्थान पर सांय 4.33 बजे जा रहे थे इतने में पीछे से आ रहे ट्रक टाटा 409 जिसका नम्बर डीएल1एलएस-7026 ने अपनी तेज रफ्तार में श्रीरावत की मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मारी, रावत किसी तरह बाल-बाल बच गये टाटा 409 वाले ने अपनी स्पीड कायम रखते हुए सामने खड़ी को पुलिस देखते हुए आगे बढ़ता गया। इतने में रावत ने पुलिस शिकायत नम्बर 100 पर फोन कर टाटा 409 के बारे में सूचना दी कि आगे रेड लाइट पर वह वहशी गाड़ी खड़ी है। फिर गाड़ी वाले को  रेड लाइट पर रावत ने शिकायत की की अपकी तेज रफ्तार की वजह से अपने बेकाबू होकर पीछे से मेरी मोटरसाइकिल को मारा जिसकी वजह से में गिर गया वो मुझे काफी चोट पहुंची। लेकिन  वो ड्राइवर शराब के नशे में धुत था और फिर रावत को साइड में खड़ी बस के साथ दबाने की कोशिश की और वहां से भी भाग खड़ा हुआ।



इस हादसे के करीब 22 मिनट बाद जब पुलिस आयी तो 100 कॉल से तैनात आईओ सुरेश चन्द और उनके साथी ने मौके पर पहुंचकर उलटा रावत के साथ बदसलूकी की और तरह-तरह की धमकियां भी दी और हिदायत दी की इस तरह की कॉल मत किया करो क्या पुलिस तुम्हारी नौकर है।
अब सवाल उठता है कि दिल्ली की सड़कों पर पुलिस के इस रवैये से आम इंसान क्या महफूज है हादसे के बाद यदि इंसान पुलिस को नहीं बुलायेगा तो आखिर किसे बुलाये। और यदि पुलिस आने पर पीड़ित को इस तरह से धमकायेगी तो इंसान अपने इंसाफ की लिए कहां दरकार करेगा।  जबकि इस मामले की पूरी जानकारी सरिता विहार थाने में आईओ लाखन सिंह के पास दर्ज है। पर अभी तक किसी भी प्रकार की पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया गया। वो बेकाबू ट्रक अब भी दिल्ली पुलिस की लाफरवाही की वजह से किसी अन्य को अपना शिकार बना सकता है।